मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की जीवनी ‘योद्धा कर्मयोगी-एकनाथ संभाजी शिंदे’ के विमोचन के मौके पर अजित पवार ने एक मजेदार टिप्पणी की।
उन्होंने कहा कि राजनीति में वह सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दोनों से सीनियर हैं।
पवार ने मजाकिया लहजे में कहा, “अगर मुझे मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया जाता, तो मैं पूरी एनसीपी पार्टी अपने साथ ले आता।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी
इस साल के अंत में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और राज्य के कई दिग्गज नेता अपने राजनीतिक भविष्य की रणनीति बनाने में जुटे हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 में महायुति गठबंधन को मिली शिकस्त के बाद, एनसीपी (अजित पवार गुट) ने ‘एकला चलो रे’ की नीति अपनाई हुई है।
अजित पवार का बड़ा बयान
बुधवार को अजित पवार ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की पेशकश की होती, तो वह पूरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को अपने साथ ले आते।
शिंदे और फडणवीस से भी ज्यादा सीनियर: अजित पवार
वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे की जीवनी के विमोचन के मौके पर अजित पवार ने कहा, “सभी आगे बढ़ गए और मैं पीछे रह गया।”
पवार ने बताया कि फडणवीस पहली बार 1999 में और शिंदे 2004 में विधायक बने थे, जबकि वह पहली बार 1990 में राज्य विधानसभा के सदस्य बने थे।
फडणवीस ने 2014 से 2019 तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और 2019 में 72 घंटों के लिए जब अजित पवार ने अल्पकालिक गठबंधन सरकार में उनके साथ हाथ मिलाया।
मैं पूरी एनसीपी पार्टी साथ ले आता: अजित पवार
अजित पवार ने कहा, “मैंने कुछ लोगों से मजाक में कहा था कि जब आपने (भाजपा का स्पष्ट संदर्भ) एकनाथ शिंदे से कहा था कि इतने सारे विधायकों के साथ आएं और उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, तो आपको मुझसे पूछना चाहिए था, मैं पूरी पार्टी साथ ले आता।”
शिंदे की बगावत और महाविकास अघाड़ी सरकार की गिरावट
साल 2022 में तत्कालीन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ 39 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे ने बगावत की थी।
इसके बाद महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई और एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने।
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