GST Council Meeting में बड़े फैसलों की उम्मीद
रांची : गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) काउंसिल की 56वीं बैठक में कई महत्वपूर्ण बदलावों पर मुहर लगने की संभावना है। करीब 400 वस्तुओं पर टैक्स दरों में बदलाव से आम जनता को राहत और कुछ चीजों पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है। नई दरों से खाने-पीने की चीजें, किताबें और इलेक्ट्रॉनिक्स सस्ते होंगे, जबकि पान मसाला और कोल्ड ड्रिंक महंगे हो जाएंगे।
खाने-पीने की चीजों पर घटेगा GST
GST दर में कटौती के बाद नमकीन, भुजिया, आइसक्रीम और ड्राईफ्रूट जैसी वस्तुएं अब पहले से सस्ती मिलेंगी। प्रस्तावित बदलाव के तहत इन पर टैक्स 12% या 18% से घटाकर 5% किया जा सकता है। पानी, साबुन, शैंपू और टूथपेस्ट जैसी रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में भी कमी आएगी।
किसानों और गृह निर्माण से जुड़े सामान होंगे सस्ते
बैठक में कृषि उपकरणों पर टैक्स घटाने पर भी चर्चा होगी। इससे किसानों को खेती के सामान सस्ते दामों पर उपलब्ध हो सकेंगे। वहीं, सीमेंट पर टैक्स कम होने से घर बनाने वालों को राहत मिलेगी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल सेक्टर को भी फायदा
GST दरों में कमी से टीवी, फ्रीज और कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान सस्ते होंगे। ऑटोमोबाइल सेक्टर में कार और मोटरसाइकिल की कीमतों में भी कमी आने की उम्मीद है। इससे त्योहारों के सीजन में बाजार में रौनक बढ़ सकती है।
पान मसाला और कोल्ड ड्रिंक पर बढ़ेगा टैक्स
GST काउंसिल पान मसाला और कोल्ड ड्रिंक पर टैक्स 28% से बढ़ाकर 40% करने की तैयारी में है। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा और इन उत्पादों को खरीदने के लिए जेब ज्यादा ढीली करनी होगी।
स्वास्थ्य और बीमा क्षेत्र को राहत
काउंसिल की बैठक में स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा पर जीएसटी को 18% से घटाकर शून्य करने का प्रस्ताव भी है। इससे पॉलिसी लेने वालों को बड़ी राहत मिलेगी और बीमा क्षेत्र में निवेश बढ़ने की संभावना है।
GST बदलाव के संभावित दरें
सामग्री | वर्तमान दर | प्रस्तावित दर |
---|---|---|
नमकीन, भुजिया | 12% | 5% |
आइसक्रीम | 18% | 5% |
ड्राईफ्रूट | 12% | 5% |
चीज | 12% | 5% |
पनीर | 5% | 0% |
पान मसाला | 28% | 40% |
कोल्ड ड्रिंक | 28% | 40% |
स्वास्थ्य, जीवन बीमा | 18% | 0% |
राज्यों की चिंता बढ़ी
राज्यों का कहना है कि GST दरों में कटौती से उनके राजस्व में भारी कमी आएगी। कई राज्यों ने केंद्र सरकार से इस कमी की भरपाई करने की मांग की है। बैठक में इस मुद्दे पर भी चर्चा होने की संभावना है।