Ranchi : JSSC CGL पेपर लीक मामले में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि विनय साह की गिरफ्तारी ऐसे वक्त की गई है, जब हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई समाप्त हो गई थी। इससे कई नए सवाल खड़े होते हैं।
बाबूलाल मरांडी बोले – सरकार चाहे तो CBI जांच अभी भी संभव
मरांडी ने कहा कि मामले की पारदर्शी जांच के लिए यह आवश्यक है कि मुख्यमंत्री तुरंत CBI जांच की अनुशंसा करें। उन्होंने कहा कि यदि सरकार की नीयत साफ है, तो इसमें देर नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि पेपर लीक का मामले हजारों युवाओं के भविष्य से जुड़ा है, और निष्पक्ष जांच से ही दोषियों को बेनकाब किया जा सकता है।
राज्य पुलिस की विफलता पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि क्या राज्य पुलिस और खुफिया तंत्र इतना अक्षम है कि मुख्य आरोपी एक साल तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहा?
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कथित रूप से मोटी रकम लेकर मुख्य आरोपी अनीश की गिरफ्तारी को टाल दिया, ताकि डिजिटल साक्ष्य नष्ट किए जा सकें।
CID टीम की कार्यशैली पर गंभीर आरोप
मरांडी ने दावा किया कि जांच कर रही CID टीम छात्रों द्वारा दिए गए स्वीकारोक्ति बयानों को दबाव में बदल रही है, ताकि कुछ सफेदपोश आरोपियों को बचाया जा सके।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आखिर क्या कारण था कि CID की पूरी टीम को जांच के दौरान दो बार बदला गया? उन्होंने इसे संदेहास्पद बताते हुए पारदर्शी जांच की जरूरत पर जोर दिया।
