पटना: अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में आज देशभर के 21 संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है।
इस भारत बंद का प्रभाव बिहार में व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति द्वारा आयोजित इस बंद को राजद, बसपा, जेएमएम और भीम आर्मी सहित कई विपक्षी दलों का समर्थन मिला है।
पटना में बंद समर्थकों का प्रदर्शन
पटना के डाकबंगला चौराहे पर भारत बंद का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला। यहाँ पर बड़ी संख्या में लोग बंद के समर्थन में इकट्ठा हुए और प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश कर गए।
पुलिस ने इस दौरान डाकबंगला चौराहे पर बैरिकेडिंग कर रखी थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों की भीड़ इतनी अधिक थी कि यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया।
सड़कों पर वाहनों की संख्या में कमी, यातायात बाधित
भारत बंद के कारण पटना और अन्य जिलों की सड़कों पर सार्वजनिक वाहनों की संख्या में भारी कमी आई है।
इसका सीधा असर यातायात पर पड़ा है, जिससे आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एनएच-30 पर भी यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। बेउर मोड़ के पास प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर आगजनी की, जिसके कारण सैकड़ों गाड़ियां फंस गईं।
सिपाही भर्ती परीक्षा भी प्रभावित
भारत बंद के बीच बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा का चौथा चरण भी आयोजित हो रहा है।
परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में काफी मुश्किलें हो रही हैं, क्योंकि सार्वजनिक परिवहन साधन कम चल रहे हैं।
केंद्रीय चयन परिषद की इस परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए बंद एक और चुनौती साबित हो रहा है।
पुलिस की सतर्कता और निगरानी बढ़ाई गई
भारत बंद के मद्देनजर बिहार पुलिस पूरी तरह से अलर्ट पर है।
रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, चौक-चौराहों और अन्य भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।
रेल पुलिस भी अलर्ट पर है और पटरियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी प्रकार की हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
न्याय और समानता की मांग
‘नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स’ (एनएसीडीएओआर) ने इस बंद के माध्यम से अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए न्याय और समानता की मांग की है।
भारत बंद को लेकर पूरे बिहार में सतर्कता बरती जा रही है, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।
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