हजारीबाग : सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से बचाव और रोकथाम के लिए नियमित जांच और जागरूकता बेहद जरूरी है। विनोबा भावे विश्वविद्यालय (VBU) के कुलपति प्रोफेसर डॉ. चंद्रभूषण शर्मा ने कहा कि महिलाओं को स्वास्थ्य जांच की आदत डालनी चाहिए, जिससे बीमारी की समय पर पहचान और उपचार संभव हो सके। वे शनिवार को हजारीबाग में आयोजित एक विशेष कार्यशाला में बोल रहे थे।
सर्वाइकल कैंसर रोकथाम पर कार्यशाला का आयोजन
यह कार्यशाला आरोहणम संस्थान की संस्थापिका शेफाली गुप्ता की पहल पर आयोजित की गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय की छात्राएं, महिलाएं और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ मौजूद रहे। कुलपति ने कहा कि समाज में महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर अक्सर लापरवाही देखी जाती है, लेकिन समय पर जांच और टीकाकरण से कई गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है।
विशेषज्ञों ने दिए बचाव और रोकथाम के उपाय
ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. निशांत भारद्वाज ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए पैप स्मीयर टेस्ट (Pap Test) और एचपीवी टेस्ट (HPV Test) बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती चरण में पहचान होने पर यह बीमारी पूरी तरह नियंत्रित की जा सकती है। इसके अलावा, टीकाकरण (HPV Vaccine) और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर महिलाएं खुद को इस गंभीर बीमारी से बचा सकती हैं।
डॉ. भारद्वाज ने महिलाओं से नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की अपील की और इस दौरान छात्राओं व प्रतिभागियों के सवालों के विस्तार से जवाब भी दिए।
महिलाओं को जागरूक करना प्राथमिकता : शेफाली गुप्ता
कार्यक्रम की आयोजिका शेफाली गुप्ता ने कहा कि हजारीबाग के लोगों का स्वास्थ्य उनकी प्राथमिकता है। इस कार्यशाला का उद्देश्य महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूक करना और समय रहते जांच करवाने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही इस बीमारी से बचाव और नियंत्रण संभव है।
प्रमुख हस्तियों की रही उपस्थिति
कार्यशाला में विश्वविद्यालय के कई छात्र-छात्राओं के अलावा विकास कुमार, गंगाधर दूबे, विजय कुमार शुक्ला, ताराकांत शुक्ला सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच और संतुलित जीवनशैली अपनाने का संकल्प दिलाया गया।