रांची। उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने आज समाहरणालय भवन (ब्लॉक ए और ब्लॉक बी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ सदर अनुमंडल पदाधिकारी उत्कर्ष कुमार, अपर समाहर्ता रामनारायण सिंह, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) राजेश्वर नाथ आलोक सहित अन्य वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
कई विभागों की कार्यप्रणाली पर नजर
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने जिला आपूर्ति कार्यालय, जनसंपर्क कार्यालय, समाज कल्याण विभाग, कल्याण कार्यालय, विशिष्ट अनुभाजन कार्यालय और कोषागार कार्यालय का जायजा लिया। वहीं, शेष कार्यालयों का निरीक्षण अन्य वरीय अधिकारियों द्वारा किया गया।
समयपालन और जिम्मेदारी पर कड़ा संदेश
उपायुक्त ने कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी और बायोमेट्रिक रिकॉर्ड की जांच की। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कर्मी समय पर कार्यालय आएं और पूर्ण निष्ठा से काम करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रत्येक कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाए ताकि जनता को समय पर और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिल सकें।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने दो टूक कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। यदि किसी कर्मचारी के खिलाफ शिकायत मिलती है और वह साबित होती है, तो तत्काल सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से जनता की समस्याओं को संवेदनशीलता और शालीनता से सुनने की अपील की।
रांची को श्रेष्ठ जिला बनाने का संकल्प
मंजूनाथ भजन्त्री ने कहा कि जिला प्रशासन रांची को राज्य का श्रेष्ठ जिला बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कार्यकुशलता, पारदर्शिता और जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
नो पार्किंग जोन में वाहनों पर कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान समाहरणालय परिसर में नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों को देखकर उपायुक्त ने जिला परिवहन पदाधिकारी को चालान करने का निर्देश दिया। निर्देश मिलते ही मौके पर खड़े सभी वाहनों का चालान कर दिया गया।
स्वच्छता और सुविधाओं में सुधार का निर्देश
उपायुक्त ने समाहरणालय परिसर की साफ-सफाई, पार्किंग व्यवस्था, पेयजल की उपलब्धता और आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि समाहरणालय आने वाले नागरिकों को बेहतर सुविधा और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।