रांची: झारखंड की राजधानी रांची नगर निगम की 17 बसें रजिस्ट्रेशन फेल होने के कारण 27 जुलाई से बंद पड़ी हैं। इससे न केवल बस संचालन और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था प्रभावित हुई है बल्कि दर्जनों चालक और कर्मचारी बेरोजगारी की स्थिति में आ गए हैं। इसी मुद्दे को लेकर आज चालक व कर्मियों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
कर्मचारियों ने उठाई रोजगार की मांग
धरना पर बैठे कर्मचारियों का कहना है कि वे वर्ष 2010 से लगातार नगर निगम की बसें चला रहे थे। अचानक बसों का संचालन बंद होने से उनकी नौकरी पर संकट आ गया है। कर्मचारियों ने मांग की है कि उन्हें या तो अन्य संचालित बसों में समायोजित किया जाए या फिर वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था की जाए।
निगम की ओर से सफाई
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि बस संचालन का अनुबंध निजी संचालक नेजार अंसारी को दिया गया था। उनके पास कुल 41 बसों का संचालन अधिकार था, जिनमें से 17 बसों का रजिस्ट्रेशन फेल हो गया। निगम का कहना है कि नियमों के तहत ऐसी बसों का संचालन करना असुरक्षित और अवैध है।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इन 17 बसों के चालक व कर्मचारी सीधे तौर पर नगर निगम के कर्मचारी नहीं हैं। वे नेजार अंसारी की कंपनी से जुड़े थे और उनकी सैलरी का भुगतान भी वहीं से होता था।
राजस्व पर भी असर
17 बसों के बंद होने से यात्रियों को तो परेशानी हो ही रही है, साथ ही नगर निगम को भी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। निगम का कहना है कि यदि जल्द ही रजिस्ट्रेशन से जुड़ी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था और प्रभावित हो सकती है।