रांची/नई दिल्ली: झारखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री ददई दुबे का गुरुवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। 80 वर्षीय दुबे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन की सूचना के बाद झारखंड समेत पूरे राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है।
Dadai Dubey Passed Away: गढ़वा के चोका गांव से शुरू हुआ राजनीतिक सफर
गढ़वा जिले के चोका गांव निवासी ददई दुबे ने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। उन्होंने पलामू जिले की विश्रामपुर विधानसभा सीट से छह बार विधायक और एक बार धनबाद से सांसद के रूप में झारखंड की राजनीति में गहरी छाप छोड़ी। वे न केवल अविभाजित बिहार में बल्कि झारखंड के गठन के बाद भी सक्रिय राजनीति में अहम चेहरा बने रहे।
श्रमिकों और वंचितों की आवाज़ थे ददई दुबे
ददई दुबे को एक संघर्षशील, जुझारू और जनसरोकारों से जुड़े नेता के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में सदैव मजदूरों, किसानों और कमजोर वर्गों की आवाज को विधानसभा और संसद में बुलंद किया। वे बिहार सरकार में श्रम मंत्री और झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार में भी श्रम मंत्री रहे।
Dadai Dubey Political Career: साफ-सुथरी छवि और संगठन के प्रति निष्ठा
राजनीतिक विरोध के दौर में भी ददई दुबे की छवि ईमानदार और सादगीपूर्ण बनी रही। संगठन के प्रति निष्ठा और जमीनी कार्यकर्ताओं से जुड़ाव उनकी सबसे बड़ी पहचान थी। उन्होंने कांग्रेस संगठन में अनेक जिम्मेदारियां संभालीं और पार्टी के एक समर्पित सिपाही के रूप में कार्य किया।
हेमंत सोरेन से लेकर कांग्रेस नेताओं ने जताया शोक
ददई दुबे के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि “वे झारखंड की राजनीति के स्तंभ थे, जिनका जाना एक अपूरणीय क्षति है।”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर, और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। नेताओं ने कहा कि उन्होंने जीवनभर पार्टी की विचारधारा और जनता की सेवा में खुद को समर्पित रखा।
Ranchi News Update: अंतिम दर्शन के लिए झारखंड लाया जाएगा पार्थिव शरीर
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, ददई दुबे का पार्थिव शरीर शुक्रवार को झारखंड लाया जाएगा, जहां रांची और गढ़वा में पार्टी कार्यकर्ता व आमजन उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। कांग्रेस पार्टी ने उनके सम्मान में सभी जिला इकाइयों को श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।