रामगढ़: जिले के घनी आबादी वाले क्षेत्र रामगढ़ गैरिसन में वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक हो गया है। स्थानीय निवासी बिहार फाउंड्री एंड कास्टिंग लिमिटेड (BFCL) स्टील प्लांट से निकलते धुएं और प्रदूषण से गंभीर रूप से प्रभावित हैं। इस मुद्दे को लेकर प्रशासन और स्थानीय समाजिक संगठन सक्रिय हो गए हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने बढ़ाई चिंता
अप्रैल 2025 के पहले सप्ताह में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें फैक्ट्री से उठते काले धुएं को देखा जा सकता था। वीडियो में प्रदर्शित प्रदूषण पूरे क्षेत्र में फैल रहा था, जिससे स्वास्थ्य और जीवन पर नकारात्मक प्रभाव की आशंका जताई गई।
स्थानीय प्रशासन और छावनी बोर्ड को भेजे गए पत्र
रामगढ़ छावनी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष अनमोल सिंह ने नगर निकाय के पूर्व वार्ड सदस्यों के साथ मिलकर बोर्ड अध्यक्ष और रामगढ़ सैन्य अधिकारी को पत्र सौंपा। पत्र में स्टील प्लांट से हो रहे वायु प्रदूषण पर तुरंत कार्रवाई की मांग की गई।
इसके अलावा स्टेशन कमांडेंट ने BFCL स्टील प्लांट को अनुरोध किया कि वे प्रदूषण को नियंत्रित करें।
डीसी को पत्र देकर हस्तक्षेप की मांग
धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया। दीपक सिसोदिया ने उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज को पत्र सौंपकर तत्काल हस्तक्षेप और स्टील प्लांट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उपायुक्त ने कहा कि शिकायत प्राप्त हुई है और प्रशासन मामले की जांच कर आवश्यक कदम उठाएगा।
फैक्ट्री की तकनीकी समस्या और असफल सुधार प्रयास
हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने प्लांट अधिकारियों और प्रशासन के साथ बैठक की थी। कंपनी ने आश्वासन दिया कि 8 अप्रैल तक प्रदूषण नियंत्रित कर लिया जाएगा, लेकिन जमीनी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
BFCL महाप्रबंधक राकेश कुमार ने स्वीकार किया कि प्लांट में तकनीकी समस्या के कारण वायु प्रदूषण हो रहा है और समस्या का समाधान जल्द निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह वायु प्रदूषण धूम्रपान से भी अधिक हानिकारक है। सेवानिवृत्त जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. के. एन. प्रसाद ने बताया कि लगातार प्रदूषण के संपर्क में रहने से अस्थमा, श्वसन रोग और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। लंबे समय तक संपर्क में रहने पर जीवन प्रत्याशा लगभग 10 साल तक घट सकती है।
