न्यूयॉर्क, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में एक घंटे 7 मिनट की स्पीच दी, जिसमें उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन, भारत की प्रगति और प्रवासी भारतीयों पर चर्चा की।
भारत की मानसिकता: दबाव नहीं, प्रभाव
मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “AI का एक मतलब है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और दूसरा है अमेरिकन इंडियन। भारत की मानसिकता दबाव बनाने की नहीं, बल्कि प्रभाव डालने की है। हम आग की तरह जलाने वाले नहीं, बल्कि सूरज की तरह रोशनी देने वाले हैं। हमारा लक्ष्य विश्व पर दबदबा बनाना नहीं, बल्कि विश्व की समृद्धि में योगदान देना है।”
UN की समिट ऑफ फ्यूचर में शामिल होंगे मोदी
पीएम मोदी सोमवार को यूएन की समिट ऑफ फ्यूचर में हिस्सा लेने वाले हैं, जहां धरती के भविष्य के मुद्दों पर चर्चा होगी।
भारत-यूएस के बीच दो महत्वपूर्ण समझौते
इससे पहले, मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक की और QUAD समिट में भाग लिया। इस बैठक के दौरान, भारत और अमेरिका के बीच दो महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
अमेरिका की स्पेस फोर्स भारत में एक सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करेगी, जिससे निर्मित चिप्स का उपयोग दोनों देशों की सशस्त्र सेनाएँ करेंगी। इसके अलावा, अमेरिका ने भारत को 31 MQ-B ड्रोन देने की भी घोषणा की है।
इस तरह, पीएम मोदी का न्यूयॉर्क दौरा न केवल भारत की उपलब्धियों को वैश्विक मंच पर लाने का एक अवसर है, बल्कि भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों को और मजबूत बनाने का भी एक कदम है।
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