Palamu News: पलामू जिले के हैदरनगर थाना क्षेत्र के बुद्धू बिगहा गांव की रहने वाली विधवा माया कुंवर इन दिनों परेशानी में हैं। उनके बैंक खाते में अचानक 62 लाख रुपये आने के बावजूद वे अपनी ₹1000 विधवा पेंशन भी नहीं निकाल पा रही हैं।
खाते पर साइबर क्राइम विभाग का होल्ड
माया कुंवर को हर महीने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत ₹1000 मिलते हैं। लेकिन हाल ही में जब वे यह राशि निकालने एसबीआई हैदरनगर शाखा पहुंचीं, तो उन्हें पता चला कि उनके खाते पर रोक (Hold) लगा दी गई है।
शाखा प्रबंधक ओमप्रकाश ने बताया कि यह रोक तमिलनाडु साइबर क्राइम विभाग की ओर से लगाई गई है। वजह बताई गई है कि यह मामला एनसीआरपी (National Cyber Crime Reporting Portal) से जुड़े यूपीआई फ्रॉड से संबंधित है।
साइबर थाना से भी नहीं मिला समाधान
पेंशन न मिलने पर महिला ने मामला मेदिनीनगर साइबर थाना में उठाया। लेकिन यहां से उन्हें जवाब मिला कि यह केस तमिलनाडु से संबंधित है, इसलिए स्थानीय स्तर पर कुछ नहीं किया जा सकता।
इसके बाद माया कुंवर ने पलामू डीसी से भी गुहार लगाई है।
महिला की अपील : “मुझे सिर्फ मेरा पेंशन चाहिए”
माया कुंवर का कहना है कि उन्हें यह नहीं पता कि इतनी बड़ी रकम उनके खाते में कैसे आई। उन्होंने कभी इतना बड़ा लेन-देन नहीं किया है।
उनकी केवल एक मांग है –
“मैं सिर्फ अपना ₹1000 पेंशन निकालना चाहती हूं, ताकि घर चला सकूं।”
बैंकिंग सिस्टम और साइबर फ्रॉड पर सवाल
इस घटना के बाद ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि अगर किसी साधारण खाते में करोड़ों की राशि चली जाए और उस पर रोक लग जाए, तो असली लाभार्थी को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
यह मामला बैंकिंग सिस्टम, सामाजिक सुरक्षा योजना, साइबर क्राइम और विधवा पेंशन योजना से जुड़े सवाल खड़े करता है।