मेदिनीनगर: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को मेदिनीनगर सेंट्रल जेल से साहिबगंज जेल में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में जेल महानिरीक्षक (IG) ने आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है। कारा अधीक्षक भागीरथ कार्जी ने इस बात की पुष्टि की है कि सुजीत सिन्हा को जल्द ही साहिबगंज जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
प्रशासनिक सिफारिशों के बाद मिली मंजूरी
पलामू के डीआईजी और सेंट्रल जेल अधीक्षक ने मुख्यालय को रिपोर्ट भेजते हुए सुजीत सिन्हा को मेदिनीनगर जेल से हटाने की अनुशंसा की थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि सुजीत सिन्हा के गिरोह के कई सदस्य पलामू, लातेहार और आसपास के जिलों में सक्रिय हैं, जिससे कानून-व्यवस्था पर असर पड़ने की संभावना है।
इस रिपोर्ट को देखते हुए जेल आईजी ने अनुशंसा को मंजूरी दे दी और पलामू के डीसी, एसपी व जेल अधीक्षक को ट्रांसफर के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष सतर्कता
प्रशासन ने इस स्थानांतरण को उच्च जोखिम प्रक्रिया मानते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती का निर्णय लिया है। ट्रांसफर के दिन सुरक्षा एस्कॉर्ट टीम के साथ-साथ जिला पुलिस और QRT (Quick Response Team) की निगरानी में यह पूरी प्रक्रिया संपन्न होगी।
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि साहिबगंज जेल को इस स्थानांतरण के लिए पहले से तैयार किया जा चुका है। यहां सुजीत सिन्हा को हाई-सिक्योरिटी सेल में रखा जाएगा ताकि उसके गैंग से संपर्क की कोई संभावना न रहे।
कई जिलों में दर्ज हैं गंभीर आपराधिक मामले
सूत्रों के अनुसार, सुजीत सिन्हा के खिलाफ रांची, हजारीबाग, चतरा, लातेहार, रामगढ़ और पलामू जिलों में दर्जनों गंभीर आपराधिक मामले लंबित हैं।
केवल पलामू जिले में ही उसके खिलाफ 20 से अधिक केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या, रंगदारी, और अवैध हथियार तस्करी जैसे आरोप शामिल हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी सुजीत सिन्हा और उसके गिरोह की गतिविधियों की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि उसके संपर्क राज्य के कई जिलों और राजनीतिक नेटवर्क तक फैले हुए हैं।
चाईबासा से पहले भी किया गया था ट्रांसफर
गौरतलब है कि सुजीत सिन्हा को इसी वर्ष 10 अगस्त 2025 को चाईबासा जेल से मेदिनीनगर सेंट्रल जेल लाया गया था।
उस समय भी सुरक्षा कारणों से उसे स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया था। अब एक बार फिर से कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए उसे साहिबगंज जेल भेजने का आदेश दिया गया है।
पुलिस मुख्यालय की निगरानी में होगी पूरी प्रक्रिया
पुलिस मुख्यालय ने इस स्थानांतरण की पूरी प्रक्रिया पर नजर बनाए रखी है। उच्च अधिकारियों ने साफ निर्देश दिए हैं कि जेल ट्रांसफर के दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, साहिबगंज जेल में सुजीत सिन्हा के लिए 24 घंटे सीसीटीवी निगरानी, सीमित मुलाकात व्यवस्था और अलग वार्ड में सुरक्षा तैनाती की व्यवस्था की गई है।
झारखंड में गैंगस्टर नेटवर्क पर निगरानी तेज
राज्य पुलिस और NIA की संयुक्त टीम अब झारखंड के आपराधिक नेटवर्क पर अधिक सख्त निगरानी कर रही है।
पलामू, रांची और हजारीबाग में सक्रिय सुजीत सिन्हा गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश भी जारी है। प्रशासन का मानना है कि इस स्थानांतरण के बाद क्षेत्र में गैंग गतिविधियों पर नियंत्रण रखने में आसानी होगी।