बोकारो: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बोकारो के ललपनिया में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की दूसरी किस्त का शुभारंभ किया।
कोरोना महामारी के बावजूद स्थिरता
हेमंत सोरेन ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि कोरोना ने पिछले दो वर्षों में हमें काफी परेशान किया।
आसपास के राज्यों में अफरा-तफरी का माहौल था, लेकिन झारखंड जैसे पिछड़े राज्य में हमने इसे ठीक से महसूस नहीं होने दिया।
उन्होंने बताया कि इस दौरान हमने दो मंत्री खोए और महामारी की चुनौतियों का सामना किया।
राजनीतिक विरोध और आरोपों का सामना

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमने काम शुरू किया, तो विपक्ष ने हमारी राह में अड़चनें डालीं और झूठे आरोप लगाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन बेईमान लोगों ने उन्हें कुत्ता-बिल्ली की तरह छुपने पर मजबूर किया और अंततः जेल में डाल दिया।
लेकिन, उन्होंने विश्वास जताया कि गरीबों और असहायों के आशीर्वाद से कोई भी उन्हें हरा नहीं सकता। यही कारण है कि वे आज फिर से जनता के बीच हैं।
पेंशन और सम्मान योजना की उपलब्धियां
सोनरेन ने बताया कि पहले पेंशन केवल कुछ लोगों को मिलती थी, लेकिन अब हर जरूरतमंद को पेंशन मिल रही है।
उन्होंने कहा कि 18 से 49 साल की महिलाओं को सम्मान राशि दी जा रही है, और आज मंईयां योजना की दूसरी किस्त उनके खातों में भेजी जाएगी।
उपलब्धियों की जानकारी
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि 200 यूनिट तक की बिजली बिल माफ कर दी गई है, साथ ही पहले के बकाया बिल भी माफ कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार रांची से नहीं बल्कि गांवों से चलेगी और वे यह देखने आए हैं कि उनके काम लोगों तक पहुंच रहे हैं या नहीं।
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