Maharashtra News: 21 सितंबर 2019 को चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का एलान किया।
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच था।
महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर 2019 को मतदान हुआ और 24 अक्टूबर को परिणाम घोषित किए गए। भाजपा ने 105 सीटें जीतीं, जबकि उसकी सहयोगी शिवसेना को 56 सीटें मिलीं।
इस तरह, दोनों दलों ने मिलकर 161 सीटें हासिल कीं, जो बहुमत के आंकड़े 145 से अधिक थी। दूसरी ओर, एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं।
गठबंधन का टूटना और राजनीतिक संकट
चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच विवाद हो गया।
इस विवाद के चलते शिवसेना ने एनडीए से अलग होने का फैसला किया। सरकार गठन को लेकर असमंजस के कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। लेकिन 23 नवंबर 2019 की सुबह देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
यह सरकार मात्र तीन दिन चली, और फिर इस्तीफे के बाद शिवसेना, एनसीपी, और कांग्रेस ने मिलकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन की सरकार बनाई।
28 नवंबर 2019 को उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
2022: शिवसेना में बगावत और सत्ता परिवर्तन
नवंबर 2019 से मई 2022 तक एमवीए सरकार ने सत्ता संभाली।
लेकिन जून 2022 में विधान परिषद चुनावों के दौरान शिवसेना में बगावत हो गई।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में कई विधायकों ने पार्टी से बगावत कर दी और भाजपा के समर्थन से 30 जून 2022 को शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
2023: एनसीपी में बगावत और नई सरकार
2 जुलाई 2023 को अजित पवार ने एनसीपी का विभाजन करते हुए भाजपा-शिवसेना गठबंधन का समर्थन कर दिया। उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, और उनके साथ एनसीपी के आठ विधायकों ने मंत्री पद संभाला।
इस घटनाक्रम के बाद महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीतिक समीकरण बदल गए।
पार्टी विभाजन और नाम-चिन्ह की लड़ाई
शिवसेना और एनसीपी, दोनों पार्टियों में बगावत के बाद पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न विवाद का केंद्र बन गया।
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न शिंदे गुट को मिला, जबकि उद्धव ठाकरे की पार्टी का नाम शिवसेना (यूबीटी) रखा गया।
एनसीपी में भी अजित पवार गुट को पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न मिला, जबकि शरद पवार गुट को एनसीपी के नाम से जाना गया।
2024 लोकसभा चुनाव: किसको मिला जनता का समर्थन?
2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 48 सीटों पर भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन और कांग्रेस-शिवसेना (यूबीटी)-एनसीपी गठबंधन के बीच मुकाबला हुआ।
कांग्रेस ने 13 सीटें, शिवसेना (यूबीटी) ने 9 सीटें और एनसीपी ने 8 सीटें जीतीं।
दूसरी ओर, सत्ताधारी गठबंधन में भाजपा को 9, शिवसेना को 7 और एनसीपी को 1 सीट पर जीत मिली।
वर्तमान विधानसभा की स्थिति
महाराष्ट्र विधानसभा में वर्तमान में 288 सीटों में से 202 सीटें सत्ता पक्ष के पास हैं, जिनमें भाजपा के 102, एनसीपी के 40, शिवसेना के 38 और 22 अन्य छोटे दलों के सदस्य हैं।
विपक्ष में कांग्रेस के 37, शिवसेना (यूबीटी) के 16, एनसीपी के 16 और 6 अन्य दलों के सदस्य हैं। फिलहाल 15 सीटें रिक्त हैं।
इसे भी पढ़ें