बेरमो (झारखंड) — पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के कडरुखुंटा गांव में एक आदिवासी महिला के साथ कथित दुष्कर्म प्रयास के बाद ग्रामीणों द्वारा आरोपी युवक की पिटाई से मौत के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पीड़िता के गांव पहुंचकर उसका हालचाल जाना और मौके से ही राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
आदिवासी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल
रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार में आदिवासी महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है और सरकार एकतरफा कार्रवाई कर रही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आरोपी का धर्म या नाम नहीं, बल्कि उसका कृत्य ही उसे भीड़ के आक्रोश का कारण बना।
आरोपी के परिजनों को मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा पर आपत्ति
घटना के बाद राज्य के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी द्वारा मृत आरोपी के परिजनों को छह लाख रुपये मुआवजा, एक अबुआ आवास और सरकारी नौकरी देने की घोषणा पर रघुवर दास ने कड़ा ऐतराज जताया। उन्होंने सवाल उठाया कि पीड़िता आदिवासी महिला से कोई मिलने क्यों नहीं गया, जबकि आरोपी के परिवार से सहानुभूति जताई जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दी आर्थिक सहायता, उठाए निष्पक्ष जांच के सवाल
रघुवर दास ने पीड़िता को ₹50,000 की आर्थिक सहायता दी और भरोसा दिलाया कि भारतीय जनता पार्टी न्याय के लिए सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है और घटना को Mob Lynching करार देकर निर्दोषों को जेल भेज रहा है।
सांप्रदायिक संतुलन पर उठा सवाल, आदिवासी समाज में नाराजगी
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि हेमंत सरकार वोटबैंक की राजनीति कर रही है और महिला सुरक्षा को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पीड़िता के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, जिससे आदिवासी समुदाय खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।
मौके पर भाजपा नेताओं की मौजूदगी
इस दौरान भाजपा नेता रविंद्र कुमार पांडेय, बोकारो जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी, बेरमो प्रखंड अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष गिरिजा देवी, और अन्य स्थानीय नेता भी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर घटना की निष्पक्ष जांच और पीड़िता को न्याय देने की मांग की।
आदिवासी महिला ने पुलिस पर लगाया पक्षपात का आरोप
पीड़िता महिला ने भी पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए बताया कि घटना में शामिल दो अन्य मुस्लिम युवकों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है, जबकि उसके समुदाय के लोगों को माब लिंचिंग के आरोप में जेल भेजा जा रहा है।
भ्रष्टाचार और प्रशासनिक निष्क्रियता पर भी उठाए सवाल
रघुवर दास ने राज्य की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि हेमंत सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, जिसके चलते लगातार अधिकारी जेल जा रहे हैं। उन्होंने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और प्रशासनिक पारदर्शिता पर गंभीर चिंता व्यक्त की।