रांची: राजधानी रांची 19 से 21 सितंबर 2025 तक एक ऐतिहासिक आयोजन की मेज़बानी करने जा रही है। खेलगांव स्थित विश्वनाथ शाहदेव स्टेडियम में तीन दिवसीय डिफेंस एक्सपो ईस्ट टेक 2025 (Defence Expo East Tech 2025 Ranchi) का आयोजन होगा। यह कार्यक्रम भारतीय सेना के ईस्टर्न कमांड और सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (SIDM) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।
डिफेंस एक्सपो ईस्ट टेक 2025 में होगा आधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन
इस आयोजन में देशभर की 200 से अधिक रक्षा और तकनीकी कंपनियां हिस्सा लेंगी। इनमें 50 से ज्यादा MSME और स्टार्टअप्स शामिल होंगे। एक्सपो में डीआरडीओ (DRDO) और अग्रणी निजी कंपनियां अपने अत्याधुनिक हथियार, रक्षा तकनीक और सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन करेंगी।
कार्यक्रम में लाइव डेमो, टेक्नोलॉजी डिस्प्ले और बी2बी मीटिंग्स भी आयोजित होंगी, जिससे रक्षा क्षेत्र और उद्योग जगत के बीच सीधा संवाद स्थापित होगा।
कोल्हान के व्यापारियों को मिलेगा बड़ा व्यापारिक मौका
जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित एक होटल में आयोजित संवाद कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा कि यह आयोजन केवल प्रदर्शनी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कोल्हान और झारखंड के व्यापारियों से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और डिफेंस सेक्टर (Defense Sector Jharkhand) से जुड़कर अपने कारोबार को नई ऊँचाई दें।
इस दौरान एशिया के अध्यक्ष इंदर अग्रवाल ने कहा कि पहली बार झारखंड में हो रहे इस आयोजन से स्थानीय उद्यमियों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर मिलेगा।
रक्षा उत्पादन और आत्मनिर्भर भारत को मिलेगी गति
संजय सेठ ने बताया कि भारत अब तक 92 देशों को रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रहा है। यह आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव जैसे मिशनों का उदाहरण देते हुए भारतीय सेना की सैन्य क्षमता और तकनीकी दक्षता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने व्यापारियों से दुकानों पर “स्वदेशी अपनाएं” का पोस्टर लगाने और इसे जन आंदोलन का रूप देने का आह्वान किया।
प्रमुख उद्योगपति और संगठन हुए शामिल
कार्यक्रम में शहर के कई प्रमुख व्यापारी, उद्योगपति और सामाजिक संगठन शामिल हुए। आयोजन का संचालन अनिल मोदी ने किया। उपस्थित उद्यमियों ने कहा कि Defence Expo Ranchi 2025 से झारखंड की औद्योगिक क्षमता को नई दिशा मिलेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।