रांची। झारखंड के पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र स्थित केदल जंगल में नक्सली संगठन टीपीसी (तृतीय प्रस्तुति कमेटी) के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में पुलिस के दो जवान शहीद हो गए। इस घटना ने पूरे राज्य को गमगीन कर दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीद जवान संतन मेहता और सुनील राम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह क्षति अत्यंत पीड़ादायक है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान
सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि विशेष अभियान के दौरान दो बहादुर जवानों की शहादत राज्य के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा, “मरांग बुरु दिवंगत वीर शहीदों की आत्मा को शांति प्रदान करे और शोकाकुल परिजनों को दुख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति दे।”
सीएम ने घायल जवान के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
बाबूलाल मरांडी ने कहा – शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी शहीद जवानों को नमन करते हुए कहा कि पलामू मुठभेड़ में दिया गया यह सर्वोच्च बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि संतन कुमार और सुनील राम की वीरता समाज में शांति और व्यवस्था कायम रखने की दिशा में अमूल्य योगदान है।
मरांडी ने कहा कि हम सभी इस बलिदान के प्रति कृतज्ञ हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि शोकाकुल परिवारों को इस गहन दुख को सहन करने की शक्ति मिले।
पलामू नक्सली मुठभेड़ : सुरक्षा बलों का अभियान जारी
जानकारी के अनुसार, मनातू क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का विशेष ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान टीपीसी संगठन के साथ भीषण मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस बल को भारी नुकसान उठाना पड़ा। शहीद जवानों की शहादत के बाद क्षेत्र में सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है।
राज्य पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नक्सली अभियान को और तेज किया जाएगा और शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
राज्यभर में शोक और आक्रोश
दो जवानों की शहादत की खबर फैलते ही झारखंड के विभिन्न हिस्सों में शोक की लहर दौड़ गई। लोगों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। वहीं, सोशल मीडिया पर भी नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने वीर जवानों को नमन किया।