रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र लगातार दूसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक वेल में पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की। विपक्षी दलों ने आदिवासी युवक सूर्या हांसदा की कथित एनकाउंटर में हुई मौत को लेकर राज्य सरकार को घेरा और इस पूरे मामले की CBI जांच की मांग की।
सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर विपक्ष का रुख
विपक्षी विधायकों का कहना है कि सूर्या हांसदा की मौत संदिग्ध हालात में हुई है और इसे एनकाउंटर करार दिया जा रहा है। विपक्ष ने विधानसभा परिसर में जोरदार प्रदर्शन करते हुए साफ कहा कि पुलिस जांच पर भरोसा नहीं किया जा सकता और निष्पक्ष जांच केवल केंद्रीय एजेंसी यानी CBI ही कर सकती है। एनडीए विधायकों ने इस मुद्दे पर लगातार नारेबाजी की और सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
सत्ता पक्ष का 130वें संशोधन विधेयक पर विरोध
सिर्फ विपक्ष ही नहीं, सत्ता पक्ष के विधायक भी सदन में आक्रामक दिखे। सत्ता पक्ष ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला। दोनों पक्षों के तीखे हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई और विधानसभा अध्यक्ष को बार-बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
विधानसभा की कार्यवाही पर असर
लगातार हंगामे के कारण विधानसभा का माहौल तनावपूर्ण बना रहा। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की ओर से जोरदार नारेबाजी की गई। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि कार्यवाही को बार-बार बाधित करना पड़ा।
राजनीतिक तूल पकड़ता सूर्या हांसदा मामला
सूर्या हांसदा की मौत ने अब झारखंड की राजनीति में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्ष जहां इसे एनकाउंटर बताकर CBI जांच की मांग पर अड़ा है, वहीं सरकार का दावा है कि पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह कानूनी और परिस्थिति आधारित थी। अब यह मामला विधानसभा से लेकर सड़कों तक गरमा गया है और आने वाले दिनों में राजनीतिक टकराव और बढ़ने की संभावना है।
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