रांची : झारखंड की राजनीति और खेल जगत में एक नई चर्चा तेज हो गई है। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (JSCA) स्टेडियम का नाम बदलकर पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड आंदोलन के प्रणेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर रखने की मांग उठाई है।
कुणाल षाड़ंगी का तर्क और ऐतिहासिक संदर्भ
कुणाल षाड़ंगी का कहना है कि शिबू सोरेन ने झारखंड राज्य निर्माण आंदोलन में निर्णायक भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व और संघर्ष से झारखंड को अलग राज्य का दर्जा मिला। ऐसे में यदि JSCA स्टेडियम का नाम उनके नाम पर रखा जाता है, तो यह न केवल झारखंड की राजनीतिक और सामाजिक विरासत को सम्मान देगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल से जुड़ा यह कदम राज्य के युवाओं को खेल भावना और झारखंड की गौरवशाली विरासत दोनों से जोड़ने का कार्य करेगा।
JSCA स्टेडियम और झारखंड की पहचान
रांची स्थित JSCA इंटरनेशनल स्टेडियम देश के प्रमुख क्रिकेट स्टेडियमों में शामिल है। यहां अब तक कई अंतरराष्ट्रीय मुकाबले और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मैच आयोजित हो चुके हैं।
कुणाल षाड़ंगी का मानना है कि यदि स्टेडियम का नाम दिशोम गुरु के नाम पर रखा जाता है तो यह झारखंड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान देगा।
सरकार और क्रिकेट संघ से अपील
पूर्व विधायक ने झारखंड सरकार और JSCA प्रबंधन से इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करने की अपील की है। उनका कहना है कि शिबू सोरेन का नाम झारखंड की राजनीतिक और सामाजिक चेतना का प्रतीक है। इसलिए इस निर्णय से राज्य के क्रिकेट प्रेमियों में नया उत्साह और ऊर्जा का संचार होगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह प्रस्ताव स्वीकार होता है तो यह झारखंड की खेल संस्कृति और ऐतिहासिक आंदोलन दोनों को एक साथ जोड़ने का काम करेगा।
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