रांची: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष के सवालों का जवाब सरकार नहीं देगी तो सदन सुचारू रूप से चलना संभव नहीं होगा। मरांडी ने आरोप लगाया कि विधानसभा में डेमोग्राफी को सुनियोजित तरीके से बदला जा रहा है और इस पर सरकार को स्पष्ट जवाब देना चाहिए।
सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर CBI जांच की मांग
बाबूलाल मरांडी ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच CBI से कराना जरूरी है, ताकि निष्पक्षता बनी रहे। मरांडी का कहना था कि सीबीआई जांच में राज्य सरकार को किसी तरह का अतिरिक्त खर्च भी नहीं उठाना पड़ेगा।
नगड़ी जमीन विवाद को उठाया गया
नेता प्रतिपक्ष ने सदन में नगड़ी जमीन विवाद का मुद्दा भी जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि विवादित जमीन किसानों को वापस कर दी जाए। मरांडी ने सरकार से मांग की कि किसानों को फिर से मालगुजारी रसीद कटाने की सुविधा दी जाए, जैसा 2012 से पहले होता था।
भाजपा ने मतदाता सूची में पारदर्शिता की मांग की
इस बीच, भाजपा के मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल ने कहा कि एसआईआर का विरोध उचित नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा केवल यह चाहती है कि सही मतदाताओं का नाम सूची में बना रहे और फर्जी मतदाताओं को बाहर किया जाए। जायसवाल ने कहा कि मतदाता पहचान पत्र (Voter ID) नागरिकता की सबसे बड़ी पहचान है और इसमें गड़बड़ी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विपक्ष और सत्ता पक्ष में टकराव की स्थिति
सदन में लगातार हो रहे हंगामे और विपक्ष के तीखे सवालों पर सरकार की चुप्पी से सत्र की कार्यवाही प्रभावित हो रही है। बाबूलाल मरांडी का कहना है कि जब तक सरकार जवाबदेही नहीं दिखाएगी, तब तक सदन का सामान्य संचालन संभव नहीं होगा।
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