रांची : झारखंड की CID (सीआईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2.98 करोड़ रुपये की साइबर ठगी में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अपराधियों की पहचान गरनिया भरत और गोयनिया हार्दिक भाई के रूप में हुई है, जो गुजरात के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
साइबर अपराध मामले में हुई बड़ी कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, इस मामले में पहले ही जमशेदपुर निवासी दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब दो और आरोपियों की गिरफ्तारी से जांच एजेंसी को इस ठगी नेटवर्क की गुत्थी सुलझाने में मदद मिलेगी।
साइबर ठगी कैसे हुई, CID ने किया खुलासा
सीआईडी के मुताबिक, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में केस नंबर 88/25 दर्ज किया गया था। यह मामला एक पीड़ित की शिकायत पर दर्ज हुआ।
शिकायतकर्ता को टेलीग्राम पर एक लिंक भेजा गया, जो खुद को ग्लोबल इंडिया साइट बताता था। लिंक (https://cboe&qwy-pages-dev/) पर क्लिक करने के बाद शिकागो बोर्ड ऑप्शंस एक्सचेंज (CBOE) पर उसका एक ऑनलाइन खाता खुल गया।
मेटल ट्रेडिंग में ऊंचे रिटर्न का झांसा
आरोपियों ने पीड़ित को मेटल ट्रेडिंग में भारी मुनाफे का लालच दिया। इस धोखे में आकर शिकायतकर्ता ने अलग-अलग बैंक खातों में कुल 2.98 करोड़ रुपये जमा कर दिए। आरोपियों ने बाद में अवैध रूप से पैसों का हस्तांतरण कर ठगी को अंजाम दिया।
साइबर अपराध पर CID की सख्त निगरानी
सीआईडी का कहना है कि राज्य में साइबर अपराध (Cyber Crime in Jharkhand) तेजी से बढ़ रहे हैं और इन पर नियंत्रण के लिए लगातार विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल की यह कार्रवाई इसी अभियान का हिस्सा है। एजेंसी का मानना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ठगी से जुड़े और नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
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