रांची (झारखंड): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 9 जुलाई की शाम करीब 6 बजे रांची पहुंचेंगे। उनका आगमन पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (Eastern Zonal Council) की 10 जुलाई को होने वाली अहम बैठक में भाग लेने के लिए हो रहा है। यह बैठक झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे पूर्वी राज्यों के प्रशासनिक और आपसी सहयोग से जुड़े मामलों पर केंद्रित होगी।
Eastern Zonal Council Meeting: क्षेत्रीय विकास और समन्वय पर केंद्रित होगी बैठक
10 जुलाई को रांची में आयोजित होने वाली पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ-साथ राज्यों के कई मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्यों के बीच समन्वय, विकास कार्यों की समीक्षा और लंबित आपसी विवादों का समाधान करना है।
Amit Shah Ranchi Visit: सुरक्षा और ठहरने की पुख्ता व्यवस्था
गृह मंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर रांची में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। उनके साथ लगभग 30 से 35 केंद्रीय अधिकारी भी इस बैठक में भाग लेंगे। अधिकारियों के लिए राजधानी के रेडिशन ब्लू होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई है। मंगलवार को राज्य पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षा व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया।
पूर्वी भारत के राज्यों की भागीदारी
बैठक में झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे:
- ओडिशा: मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी
- बिहार: वित्त मंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी
- पश्चिम बंगाल: वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य
इन प्रतिनिधियों की उपस्थिति से पूर्वी भारत के सहयोग और साझा मुद्दों पर ठोस चर्चा की उम्मीद की जा रही है।
झारखंड से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अगुवाई में करीब 15 वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी बैठक में भाग लेंगे। इनमें शामिल हैं:
- राजस्व मंत्री दीपक बिरुआ
- वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर
- मुख्य सचिव अलका तिवारी
- वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अमिताभ कौशल, अजय कुमार सिंह, वंदना दादेल, सुनील कुमार, अनुराग गुप्ता
बैठक के दौरान जिन मुद्दों पर विशेष चर्चा होगी, उनमें शामिल हैं:
- राज्यों के बीच पेंशन और जल वितरण विवाद
- राज्य-केंद्र के बीच लंबित मांगें और फंड रिलीज
- राष्ट्रीय परियोजनाओं में राज्य सरकारों की भागीदारी
- अंतरराज्यीय नदी विवाद और जल प्रबंधन
- राज्य सीमाओं पर सुरक्षा और प्रशासनिक समन्वय
Eastern Zonal Council Meeting: पहले क्यों स्थगित हुई थी बैठक?
इससे पहले यह बैठक 10 मई को प्रस्तावित थी, लेकिन भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय स्थिति के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। अब 10 जुलाई को होने जा रही यह बैठक पूर्वी भारत के समग्र विकास के लिए एक रणनीतिक अवसर मानी जा रही है।