रांची (झारखंड): झारखंड की राजधानी रांची जल्द ही एशिया के सबसे बड़े सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की मेज़बानी करने जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मंगलवार को इस महत्वाकांक्षी परियोजना ‘रिम्स टू’ (RIMS-II) की औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि यह अस्पताल अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, फरीदाबाद की तर्ज पर विकसित किया जाएगा और आकार, तकनीकी सुविधाओं व इलाज की गुणवत्ता के मामले में एशिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा मेडिकल संस्थान होगा।
एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल रांची में: रिम्स टू प्रोजेक्ट से झारखंड बनेगा मेडिकल हब
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बताया कि रिम्स टू के निर्माण से झारखंड को एक सुपर स्पेशियलिटी मेडिकल सेंटर मिलेगा, जहां लाखों लोगों को एडवांस मेडिकल ट्रीटमेंट उनके ही राज्य में उपलब्ध हो सकेगा। गंभीर बीमारियों के लिए अब राज्यवासियों को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा।
परियोजना का उद्देश्य न केवल राज्य की स्वास्थ्य संरचना को सशक्त बनाना है, बल्कि झारखंड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हेल्थ टूरिज्म के नक्शे पर भी लाना है।
अमृता इंस्टीट्यूट मॉडल पर होगा रिम्स टू का विकास
डॉ. अंसारी ने यह जानकारी फरीदाबाद स्थित अमृता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ का दौरा कर लौटने के बाद दी। दौरे में उनके साथ स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह और सचिव अरवा राजकमल भी शामिल थे। अधिकारियों ने अमृता अस्पताल की इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट और हेल्थ सर्विस मॉडल का गहन अध्ययन किया, ताकि रिम्स टू को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स पर खड़ा किया जा सके।
रिम्स टू से झारखंड की स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद
रिम्स टू परियोजना को चरणबद्ध ढंग से लागू किया जाएगा। जल्द ही इसकी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर सार्वजनिक की जाएगी। इस अस्पताल में अत्याधुनिक कैथ लैब, ऑर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट्स, कैंसर रिसर्च सेंटर, न्यूरो और कार्डिएक सुपर स्पेशियलिटी विंग, आधुनिक उपकरणों से लैस एम्बुलेंस नेटवर्क, और इंटरनेशनल ट्रेनिंग सेंटर शामिल होंगे।
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार में मिलेगा देशभर को लाभ
राज्य सरकार का मानना है कि रिम्स टू परियोजना केवल झारखंड नहीं बल्कि पूर्वी भारत सहित पूरे देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई दिशा देगी। अस्पताल की संरचना और सेवाएं इस प्रकार तैयार की जाएंगी कि सिर्फ झारखंड नहीं, बिहार, ओडिशा, बंगाल और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के मरीजों को भी लाभ मिल सके।
प्रस्तावित रिम्स टू अस्पताल से जुड़ी प्रमुख बातें:
एशिया का सबसे बड़ा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
अमृता इंस्टीट्यूट (फरीदाबाद) मॉडल पर होगा निर्माण
इंटरनेशनल स्टैंडर्ड मेडिकल फैसिलिटी
करोड़ों की लागत से होगा चरणबद्ध निर्माण
झारखंड को मिलेगा हेल्थ टूरिज्म में नया मुकाम
देशभर से आएंगे मेडिकल पेशेवर और मरीज
डीपीआर जल्द होगी सार्वजनिक
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