धनबाद: धनबाद जिला कारागार में गुरुवार को विशेष आधार पंजीकरण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 50 बंदियों को आधार कार्ड उपलब्ध कराए गए। यह पहल झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (JLSA) के तत्वावधान में और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-धनबाद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार तिवारी के निर्देश पर संपन्न हुई।
कैदियों की मांग पर शुरू हुआ आधार पंजीकरण
धनबाद DLSA के सचिव मयंक तुषार टोप्पो ने बताया कि कई कैदियों ने जेल परिसर में ही आधार पंजीकरण की सुविधा की मांग की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए जेल प्रशासन और आधार केंद्र प्रबंधक प्रदीप एकघरा के सहयोग से 50 कैदियों का आधार कार्ड निर्माण किया गया।
रिहाई प्रक्रिया में होगी तेजी
न्यायाधीश वीरेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि इस तरह के विशेष आधार शिविर से कैदियों को पहचान पत्र आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। DLSA सचिव ने बताया कि कुछ कैदियों को अदालत से जमानत मिल चुकी थी, लेकिन आधार कार्ड न होने के कारण वे अब तक रिहा नहीं हो सके थे। अब पहचान पत्र उपलब्ध होने से उनकी रिहाई प्रक्रिया में तेजी आएगी और न्यायिक कार्यवाही सुचारु होगी।
जेल प्रशासन की सराहनीय पहल
इस पहल की सफलता में संभागीय जेल अधीक्षक एम.के. गुप्ता, उपाधीक्षक अरुण कुमार, सौरव सरकार, राजेश सिंह और विशाल सिंह की अहम भूमिका रही। शिविर के दौरान सभी कैदियों का बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन, फोटो और दस्तावेज़ अपडेट प्रक्रिया पूरी की गई।
कानूनी पहचान से जुड़े लाभ
जेल प्रशासन का मानना है कि आधार कार्ड न केवल पहचान पत्र के रूप में काम करेगा, बल्कि कैदियों को सरकारी योजनाओं और कानूनी प्रक्रियाओं से जोड़ने में भी मदद करेगा। भविष्य में ऐसे आधार पंजीकरण शिविर अन्य जेल परिसरों में भी आयोजित करने की योजना है।
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