पलामू, झारखंड | 27 अक्टूबर 2025: झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत पोखराही गांव के पास रविवार को सोन नदी में डूबे तीन युवकों के शव सोमवार सुबह बरामद कर लिए गए। प्रशासनिक टीम और स्थानीय गोताखोरों के संयुक्त प्रयासों से यह तलाश अभियान देर रात तक जारी रहा। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है।
तीन युवकों की मौत से मचा हड़कंप
जानकारी के अनुसार, खरना पर्व के अवसर पर रविवार को छह युवक सोन नदी में स्नान करने पहुंचे थे। स्नान के दौरान तीन युवक गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। साथी युवकों ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया, लेकिन जब तक मदद पहुंची, तीनों युवकों की मौत हो चुकी थी।
मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई —
- अंकुश पासवान (22 वर्ष), निवासी शेरघाटी, बिहार
- आदर्श चंद्रवंशी (22 वर्ष), निवासी इटवा, नवीनगर, बिहार
- रजनीश चंद्रवंशी (23 वर्ष), निवासी पोखराही, पलामू
खोजबीन अभियान: देर रात तक जारी रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया।
एसडीपीओ एस. मोहम्मद याक़ूब, अंचल अधिकारी पंकज कुमार, और दंगवार ओपी प्रभारी सोनू गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य का निरीक्षण किया।
स्थानीय गोताखोरों की मदद से दो शव देर रात बरामद किए गए, जबकि तीसरे युवक रजनीश चंद्रवंशी का शव सोमवार सुबह दंगवार के डुमरहथा गांव के पास नदी से मिला।
सभी शवों को अनुमंडल अस्पताल, हुसैनाबाद भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई।
प्रशासन ने जताई संवेदना, दी सुरक्षा के निर्देश
सीओ पंकज कुमार ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है और संबंधित परिवारों को सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे नदी में स्नान या तैराकी करते समय सतर्कता बरतें और किसी भी अप्रत्याशित घटना की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
गांव में पसरा मातम, परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल
पोखराही और आसपास के गांवों में इस हादसे से गहरा शोक व्याप्त है। मृतकों के घरों में मातम छाया हुआ है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि तीनों युवक धार्मिक आस्था के तहत नदी में नहाने गए थे, लेकिन यह खुशी का पर्व एक दर्दनाक त्रासदी में बदल गया।
गांव के बुजुर्गों ने प्रशासन से सोन नदी के किनारों पर चेतावनी बोर्ड, सुरक्षा घेरा और स्थायी गोताखोर टीम की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
