चुनावी हलफनामे में उम्र का अंतर
जामताड़ा: झारखंड विधानसभा चुनाव में एक बार फिर उम्र विवाद का मामला सुर्खियों में है। इस बार जामताड़ा से बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन की उम्र को लेकर कड़ी आपत्ति उठाई जा रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और बीजेपी उम्मीदवार सीता सोरेन का नाम इस विवाद में शामिल हो गया है, जिससे चुनावी माहौल में हलचल बढ़ गई है।
कांग्रेस की आपत्ति
कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. इरफान अंसारी के चुनाव एजेंट अजहरुद्दीन ने निर्वाचक पदाधिकारी को एक आपत्ति पत्र सौंपा है। इस पत्र में उल्लेख किया गया है कि सीता मुर्मू सोरेन, जो 2019 में जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी थीं, और अब 2024 में जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं, उनके दोनों चुनावी हलफनामों में उम्र में छह वर्ष का अंतर दर्ज है।
क्या है विवाद का मुख्य कारण?
यह अंतर संदेह को जन्म देता है कि दी गई जानकारी की प्रामाणिकता में असंगतियां हो सकती हैं। अजहरुद्दीन ने निर्वाचक पदाधिकारी से इस मामले की गहन जांच करने का आग्रह किया है। उन्होंने अनुरोध किया है कि यदि जांच में किसी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है, तो बीजेपी उम्मीदवार सीता मुर्मू सोरेन का नामांकन रद्द कर दिया जाए।
चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता की आवश्यकता
अजहरुद्दीन ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे। इसके अलावा, उपायुक्त जामताड़ा और चुनाव पर्यवेक्षक को भी मामले से अवगत कराया गया है।