रांची: झारखंड में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और खेल अवसंरचना को मजबूत बनाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान वाइचुंग भूटिया ने मुख्यमंत्री आवास में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दोनों के बीच खेल नीति, फुटबॉल के विकास और खिलाड़ियों को बेहतर अवसर उपलब्ध कराने पर विस्तृत चर्चा हुई।
झारखंड की खेल नीति और खिलाड़ियों को मिलने वाले अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की खेल नीति (Khel Neeti Jharkhand) खिलाड़ियों के सपनों को पंख दे रही है। इसके तहत खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप, रोजगार, आधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि फुटबॉल जैसे लोकप्रिय खेल के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं, ताकि ग्रामीण स्तर से प्रतिभाओं को चिन्हित कर उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जा सके।
वाइचुंग भूटिया ने दिए सुझाव
पूर्व फुटबॉलर वाइचुंग भूटिया ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान कहा कि झारखंड की धरती खेल प्रतिभाओं से समृद्ध है। यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने फुटबॉल के साथ-साथ अन्य खेलों में भी खिलाड़ियों को उभारने के लिए विशेष अकादमी और कोचिंग सुविधाओं को मजबूत करने का सुझाव दिया।
फुटबॉल के विकास पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में फुटबॉल युवाओं के बीच सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। सरकार फुटबॉल के इन्फ्रास्ट्रक्चर (Football Infrastructure in Jharkhand) को मजबूत करने और खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। हेमंत सोरेन ने विश्वास जताया कि वाइचुंग भूटिया जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का मार्गदर्शन राज्य के खिलाड़ियों को नई दिशा देगा और उनका मनोबल बढ़ाएगा।
खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए सरकार की पहल
राज्य सरकार का मानना है कि झारखंड में खेलों की अपार संभावनाएं हैं और सरकार इन संभावनाओं को साकार करने के लिए ठोस कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से आने वाले खिलाड़ियों को पहचान दिलाने और उन्हें रोजगार व सम्मान उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
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