Giridih News | Illegal Cattle Smuggling | Jharkhand Police Action
गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले में मवेशी तस्करी के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। डुमरी थाना क्षेत्र के डुमरी बैरियर के पास पुलिस ने अवैध रूप से पशुओं को ले जा रहे तीन वाहनों को जब्त किया है। इन वाहनों में कुल 26 गोवंशीय पशु लदे हुए थे। घटना के दौरान चालक और तस्कर मौके से फरार हो गए।
गिरिडीह पुलिस की सख्त कार्रवाई में जब्त हुए तीन वाहन
एसडीपीओ सुमित कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई देर रात डुमरी वनांचल चौक के पास विशेष वाहन जांच अभियान के दौरान की गई। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ वाहन अवैध रूप से मवेशी परिवहन कर रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने नाकाबंदी की और तीन संदिग्ध वाहनों को रोका।
जांच में पाया गया कि वाहनों में बिना वैध दस्तावेज़ के गोवंशीय पशु लदे हुए थे। जब कागजात मांगे गए, तो चालक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने में असमर्थ रहे और मौके से फरार हो गए।
26 मवेशी बरामद, गौशाला में भेजे गए
पुलिस ने सभी वाहनों को जब्त कर थाना परिसर लाया और मवेशियों को सुरक्षित क्षेत्र की गौशाला में भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और तस्करों की तलाश जारी है।
अधिकारियों का कहना है कि गिरिडीह समेत झारखंड के कई जिलों में मवेशी तस्करी की घटनाओं पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।
झारखंड में मवेशी तस्करी रोकने के लिए अभियान तेज
झारखंड पुलिस ने हाल के महीनों में मवेशी तस्करी पर नकेल कसने के लिए कई विशेष अभियान चलाए हैं। गिरिडीह, हजारीबाग, धनबाद और कोडरमा जिलों में लगातार छापेमारी की जा रही है।
अवैध मवेशी परिवहन के मामलों में स्थानीय पुलिस प्रशासन चौकसी बढ़ा रहा है ताकि तस्करी नेटवर्क को खत्म किया जा सके।
डुमरी क्षेत्र में लगातार बढ़ रही तस्करी की घटनाएं
डुमरी थाना क्षेत्र पहले भी मवेशी तस्करी के मामलों में चर्चा में रहा है। एनएच-2 और एनएच-33 से सटे इस इलाके में अक्सर पशुओं की अवैध आवाजाही होती रही है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, तस्कर बिहार और बंगाल की ओर पशुओं की आपूर्ति के लिए इस मार्ग का उपयोग करते हैं।
पुलिस ने की आम जनता से सहयोग की अपील
पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध वाहन या गतिविधि की जानकारी मिले, तो तुरंत स्थानीय थाना को सूचित करें।
एसडीपीओ सुमित कुमार ने कहा कि तस्करी रोकने के लिए जनता का सहयोग बेहद जरूरी है और ऐसी सूचनाएं देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
