रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री चंपाई सोरेन ने नई पार्टी बनाने का ऐलान कर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।
दिल्ली से सरायकेला लौटने के बाद चंपाई सोरेन ने इस फैसले की घोषणा की, जिससे झारखंड की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ने की संभावना है।
राजनीति में नए अध्याय की शुरुआत
चंपाई सोरेन ने साफ कर दिया है कि उनका राजनीति से संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, “हमने जो राजनीति का सफर शुरू किया है, उसका अध्याय बदलता रहेगा। हम नए संगठन को मजबूती देंगे। रास्ते में अगर कोई दोस्त मिला, तो दोस्ती भी करेंगे।”
एक हफ्ते में होगी तस्वीर साफ
जब चंपाई सोरेन से पूछा गया कि चुनाव के मद्देनजर नई पार्टी बनाने का समय कम बचा है, तो उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया, “इससे आपको क्या परेशानी है? जब 3-4 दिनों में 30-40 हजार कार्यकर्ता जुड़ सकते हैं, तो नई पार्टी बनाने में हमें कोई दिक्कत नहीं होगी। अगले 7 दिनों में सबकुछ साफ हो जाएगा।”
चंपाई सोरेन की इस घोषणा ने झारखंड की राजनीति में एक नई दिशा की ओर इशारा किया है।
अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि नई पार्टी के गठन से राज्य की राजनीति में क्या बदलाव आएंगे और यह किस तरह से आगामी चुनावों को प्रभावित करेगा।
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