रांची: रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में फायर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठे विवाद पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। संस्थान ने जिम्मेदार एजेंसी मेसर्स Valuespaces Pvt. Ltd. को कानूनी नोटिस भेजते हुए चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समयसीमा में काम पूरा नहीं किया गया तो एजेंसी को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
रिम्स प्रशासन ने दी स्थिति की जानकारी
रिम्स प्रशासन के अनुसार, संस्थान में फायर एक्सटिंग्विशर (Fire Extinguisher) की देखरेख और संचालन का कार्य बाहरी एजेंसी Valuespaces Pvt. Ltd. को सौंपा गया था। एजेंसी ने अब तक 866 फायर एक्सटिंग्विशर लगाए हैं, जिनमें से 501 उपकरणों का रिफिल कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष सिलेंडरों का रिफिलिंग कार्य जारी है।
प्रशासन ने बताया कि एजेंसी को कई बार पत्राचार और निर्देश भेजे गए, लेकिन समय पर कार्य पूरा नहीं होने के कारण निविदा शर्तों के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।
सुरक्षा मानकों के पालन पर प्रशासन सख्त
रिम्स प्रबंधन ने कहा कि संस्थान में फायर सेफ्टी व्यवस्था को लेकर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया कि मरीजों, कर्मचारियों और आगंतुकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इसके साथ ही रिम्स ने फायर सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए नई निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रशासन ने यह भी बताया कि फायर सेफ्टी ऑफिसर और तकनीकी कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
फायर सेफ्टी सुधार के लिए रिम्स की नई पहल
संस्थान ने यह भी कहा कि सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने के लिए स्मार्ट मॉनिटरिंग सिस्टम और सेंसर-आधारित उपकरणों की स्थापना की योजना पर विचार किया जा रहा है। रिम्स प्रबंधन ने राज्य सरकार को भी प्रस्ताव भेजा है ताकि फायर ऑडिट नियमित रूप से किया जा सके और आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो।
जांच और निगरानी के लिए बनेगी विशेष टीम
प्रशासन ने निर्णय लिया है कि रिम्स में फायर सुरक्षा से जुड़ी सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए एक विशेष समिति गठित की जाएगी। यह समिति साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार कर निदेशक को सौंपेगी और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी मिलने पर तत्काल कार्रवाई की सिफारिश करेगी।