रांची विश्वविद्यालय में सेशन लेट को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन, परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का किया घेराव
रांची (झारखंड): रांची विश्वविद्यालय में चल रहे लेट सेशन और परीक्षा में देरी को लेकर छात्र-छात्राओं का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार रौशन के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का घेराव करते हुए जोरदार नारेबाजी की और विश्वविद्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया।
नर्सिंग छात्रों ने उठाई परीक्षा और रिजल्ट में देरी की समस्या
धरना दे रहे छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय का सत्र लगभग एक वर्ष पीछे चल रहा है। विशेषकर नर्सिंग विभाग के छात्र-छात्राओं ने बताया कि बीएससी नर्सिंग सत्र 2020-24 की पढ़ाई पूरी हो चुकी है, लेकिन चौथे वर्ष की परीक्षा अब तक आयोजित नहीं की गई है। इसी तरह पोस्ट बेसिक नर्सिंग सत्र 2022-24 की दूसरे वर्ष की परीक्षा भी लंबित है। छात्रों ने आरोप लगाया कि परीक्षा, परिणाम और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में अत्यधिक देरी से उनका शैक्षणिक भविष्य संकट में है।
RANCHI UNIVERSITY: लेट सेशन पर कुलपति से की तत्काल हस्तक्षेप की मांग
छात्रों ने साफ कहा कि वे कुलपति से सीधी बातचीत चाहते हैं और अन्य अधिकारियों से चर्चा नहीं करेंगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिंह स्वयं प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मौके पर ही सहायक परीक्षा नियंत्रक और संबंधित विभागों के अधिकारियों को बुलाया और छात्रों की शिकायतें सुनीं।
लेट सेशन के खिलाफ छात्र आंदोलन के बीच कुलपति की त्वरित कार्रवाई
छात्रों की मांगों को सुनने के बाद कुलपति ने नर्सिंग परीक्षा के फॉर्म भरने की तिथि की घोषणा की और जल्द ही आधिकारिक अधिसूचना जारी करने का आश्वासन दिया। कुलपति के इस आश्वासन के बाद छात्र धरना समाप्त करने पर सहमत हुए। हालांकि छात्रों ने स्पष्ट किया कि यदि आगे भी परीक्षा कैलेंडर का पालन नहीं हुआ तो वे फिर से आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
युवा कांग्रेस ने चेताया: छात्रों की अनदेखी पर होगा चरणबद्ध आंदोलन
युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार रौशन ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन बार-बार छात्रों के शैक्षणिक भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। यदि परीक्षा और परिणाम की प्रक्रिया में सुधार नहीं हुआ, तो युवा कांग्रेस राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगी और छात्रों के हक के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
लेट सेशन की वजह से छात्रों को नौकरी और उच्च शिक्षा में कठिनाई
छात्रों ने यह भी कहा कि सेशन लेट होने की वजह से उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं, नौकरी के अवसरों और उच्च शिक्षा में दाखिले में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कई छात्रों ने कहा कि यदि परीक्षा और रिजल्ट समय पर नहीं होता, तो उनका करियर दो साल पीछे चला जाएगा।
RANCHI UNIVERSITY में बार-बार सेशन लेट होना बना चिंता का विषय
छात्रों और शिक्षाविदों ने इस बात पर भी चिंता जताई कि रांची विश्वविद्यालय में सेशन नियमित नहीं होने की समस्या अब लगातार बनी हुई है। इससे न सिर्फ छात्रों को नुकसान हो रहा है, बल्कि संस्थान की साख पर भी असर पड़ रहा है।