पटना, एजेंसियां। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य की कानून व्यवस्था सुधारने के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
इस दिशा में उनका ध्यान अब मां सीता की जन्मभूमि सीतामढ़ी को बेहतर संपर्क सुविधाओं से जोड़ने पर है।
राम-जानकी मार्ग निर्माण का मुद्दा
सीएम नीतीश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीतामढ़ी और अयोध्या के बीच बेहतर सड़क और रेल संपर्क की मांग की है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर इस पत्र की जानकारी दी।
उन्होंने लिखा, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से सीतामढ़ी जिले में अवस्थित मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम के लिए सड़क एवं रेल संपर्कता प्रदान करने हेतु पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है।”
वंदे भारत ट्रेन की मांग
नीतीश कुमार ने पत्र में प्रधानमंत्री से यह आग्रह भी किया कि अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाए।
इससे श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या और पुनौरा धाम, दोनों स्थानों की यात्रा आसान और सुगम हो सकेगी।
इसके साथ ही उन्होंने राम-जानकी मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द पूरा कराने का भी आग्रह किया है।
पुनौरा धाम के पुनर्विकास पर ध्यान
नीतीश कुमार ने मां सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम के पुनर्विकास की समीक्षा भी की है। यहां माता जानकी मंदिर का भव्य पुनर्विकास कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने सुनिश्चित किया है कि यह धार्मिक स्थल एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो।
चिराग पासवान का आभार
नीतीश कुमार की इस पहल से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान भी प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने सीएम नीतीश के इस कार्य के लिए उनका आभार व्यक्त किया है।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
राम-जानकी मार्ग के निर्माण से अयोध्या और सीतामढ़ी के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा, जिससे श्रद्धालुओं को दोनों धार्मिक स्थलों की यात्रा में आसानी होगी।
पुनौरा धाम और अयोध्या को जोड़ने से धार्मिक पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
पुनौरा धाम का सौंदर्यीकरण
बिहार सरकार ने पिछले साल माता सीता की जन्मभूमि पुनौरा धाम के विकास के लिए 72 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया था।
इस धनराशि का उपयोग पुनौरा धाम में सुविधाओं के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए किया जा रहा है।
नीतीश कुमार ने एनएचएआई के अधिकारियों को राम-जानकी पथ का निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया है, जिससे अयोध्या से सीतामढ़ी की कनेक्टिविटी सुगम हो सके।
साथ ही मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण को भी प्राथमिकता दी जा रही है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
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