Dhanbad : धनबाद जिले के टुंडी प्रखंड में गुरुवार देर रात जंगली हाथियों के एक झुंड ने भारी उत्पात मचाया, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया. बताया जा रहा है कि झुंड में पांच हाथी शामिल थे, जिनमें एक बच्चा हाथी भी था. यह झुंड गिरिडीह जिले के पीरटांड़ क्षेत्र से होते हुए धनबाद के पश्चिमी टुंडी प्रखंड में प्रवेश किया और डंडाटांड़ के रास्ते दलुगोड़ा गांव पहुंच गया.
गांव में घुसते ही हाथियों ने रिहायशी इलाकों में तोड़फोड़ शुरू कर दी. दलुगोड़ा गांव निवासी रामलाल मुर्मू के घर को हाथियों ने बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. घर में रखा धान हाथियों ने खा लिया, जबकि शेष अनाज को इधर-उधर बिखेर दिया. हाथियों ने दीवार तोड़कर घर के अंदर भी प्रवेश किया.
घटना के समय घर में रामलाल मुर्मू की पत्नी चंदोली मुर्मू और उनकी तीन बेटियां संजोती कुमारी, सेवान्ती कुमारी और समिता कुमारी सो रही थीं. गनीमत रही कि सभी सुरक्षित हैं. घर के मुखिया रामलाल मुर्मू उस समय रोजगार के सिलसिले में बाहर गए हुए थे.
हाथियों के उत्पात की सूचना मिलते ही ग्रामीण मशाल और लाठी लेकर मौके पर पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने हाथियों के झुंड को गांव से बाहर खदेड़कर चीना पहाड़ी की ओर भेजा, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
शुक्रवार सुबह भाजपा टुंडी मंडल अध्यक्ष गोविन्द टुडू पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और घटना की जानकारी ली. उन्होंने वन विभाग और जिला प्रशासन से संपर्क कर पीड़ित परिवार को शीघ्र मुआवजा देने की मांग की. साथ ही तत्काल राहत के तौर पर अनाज और ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े उपलब्ध कराने की भी मांग की.
लगातार हाथियों की आवाजाही और उत्पात से क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है. ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों की निगरानी बढ़ाने और स्थायी समाधान निकालने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
