रांची | 14 अक्टूबर: राजधानी रांची में ओला, ऊबर और रैपिडो ड्राइवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। ड्राइवरों का आरोप है कि कंपनियां मनमानी नीतियां लागू कर रही हैं, जिससे उनकी आमदनी लगातार घट रही है। शहर के अधिकांश कैब और बाइक टैक्सी सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ओला-ऊबर-रैपिडो ड्राइवरों का आरोप – कंपनियां केवल ग्राहकों के हित में निर्णय लेती हैं
ड्राइवरों का कहना है कि ऐप-आधारित टैक्सी कंपनियां केवल ग्राहकों के हित में फैसले लेती हैं, जबकि उन्हीं ड्राइवरों की अनदेखी करती हैं जिनकी मेहनत से ये सेवाएं संचालित होती हैं।
उनका कहना है कि किराया दरों में कटौती, बढ़ते कमीशन, और फर्जी बुकिंग प्रणाली के कारण उनकी आमदनी पहले की तुलना में आधी रह गई है।
कर्ज में डूबे ड्राइवर बोले – ईंधन और गाड़ी की देखभाल तक मुश्किल
रांची के कई ड्राइवरों ने बताया कि पहले जब केवल एक या दो कंपनियां सक्रिय थीं, तब उनकी आमदनी स्थिर थी, लेकिन अब कई ऐप्स के आने से बुकिंग कम हो गई हैं।
ड्राइवरों के अनुसार, कंपनियों की आपसी प्रतिस्पर्धा का सीधा नुकसान उन्हें उठाना पड़ रहा है। कोई कंपनी ₹10 प्रति किलोमीटर, तो कोई ₹8 प्रति किलोमीटर देती है — जबकि इस दर पर न तो ईंधन खर्च निकलता है, न ही वाहन रखरखाव।
ड्राइवरों की प्रमुख मांगें: किराया दर में सुधार और पुरानी प्रणाली की वापसी
हड़ताल पर बैठे ड्राइवरों ने अपनी मुख्य मांगें रखी हैं:
- ‘वन बुकिंग, वन डिवाइस’ प्रणाली लागू की जाए, ताकि फर्जी बुकिंग और अनुचित प्रतिस्पर्धा रोकी जा सके।
- प्रति किलोमीटर ₹35–₹40 का किराया तय किया जाए, जिससे उन्हें उचित आय मिल सके।
- पुराना रिचार्ज और कमीशन मॉडल फिर से लागू किया जाए, जिसमें 26% कमीशन और क्रेडिट लिमिट (CL) की सुविधा होती थी।
कंपनियों से वार्ता तक जारी रहेगी हड़ताल
ड्राइवर यूनियन ने स्पष्ट किया है कि जब तक ओला, ऊबर और रैपिडो कंपनियों के प्रतिनिधि आकर वार्ता नहीं करते, हड़ताल जारी रहेगी।
उनका कहना है कि यदि स्थिति नहीं सुधरी, तो वे इन तीनों कंपनियों का पूर्ण बहिष्कार करेंगे।
शहर में दिखा हड़ताल का असर – यात्रियों को हो रही परेशानी
रांची में हड़ताल का असर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। ऐप पर कैब और बाइक बुकिंग उपलब्ध नहीं हैं, जिससे यात्रियों को ऑफिस, अस्पताल और रेलवे स्टेशन जाने में परेशानी हो रही है।
कई यात्रियों ने बताया कि सुबह से फेयर सर्ज प्राइस बढ़ गया है और बुकिंग अनुरोध बार-बार रद्द हो रहे हैं।
प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए
रांची प्रशासन ने बताया कि हड़ताल के कारण आवागमन सेवाओं में अस्थायी व्यवधान हुआ है, लेकिन स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अधिकारियों ने ड्राइवर संगठनों से बातचीत कर सुलह का रास्ता निकालने की कोशिश शुरू कर दी है।