जमशेदपुर में नए पुलिस अनुमंडल की घोषणा
जमशेदपुर : झारखंड के गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रस्ताव पर जमशेदपुर के मानगो को नया पुलिस अनुमंडल (Mango Police Subdivision) बनाने की स्वीकृति मिल गई है। सोमवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
मुख्य सचिव ने बैठक में राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) को निर्देश दिया कि सभी जिलों की विधि-व्यवस्था की जरूरतों का आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, ताकि अपराध नियंत्रण के लिए संसाधनों का सही ढंग से बंटवारा किया जा सके।
मानगो में अपराध नियंत्रण की जरूरत
पूर्वी सिंहभूम जिले में वर्तमान में जमशेदपुर (मुख्यालय) और पटमदा पुलिस अनुमंडल कार्यरत हैं। लेकिन मानगो और उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ती आबादी, क्षेत्रफल और अपराध की विविध प्रकृति को देखते हुए नए अनुमंडल की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
सूत्रों के अनुसार, मानगो में पिछले कुछ वर्षों में आर्थिक अपराध, नशीली दवाओं से जुड़े मामले और संगठित आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं। ऐसे में स्वतंत्र पुलिस अनुमंडल का गठन कानून-व्यवस्था की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
किन क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा
जानकारी के मुताबिक, उत्क्रमित थाना मानगो, आजादनगर थाना और ओलीडीह ओपी को मिलाकर नया मानगो पुलिस अनुमंडल गठित होगा।
इस प्रस्ताव पर वित्त सचिव प्रशांत कुमार और कार्मिक सचिव प्रवीण टोप्पो ने अपने-अपने विभाग से जुड़े बिंदुओं को रखा। समिति ने विचार-विमर्श के बाद प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की।
उच्चस्तरीय समिति की बैठक में हुई अहम चर्चा
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में कई विभागों के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में गृह सचिव वंदना डाडेल, राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव चंद्रशेखर, ग्रामीण विकास सचिव के श्रीनिवासन, और आईजी नरेंद्र कुमार सिंह ने भाग लिया।
गृह सचिव ने कहा कि मानगो पुलिस अनुमंडल बनने से क्षेत्र में अपराधों पर रोक लगाने के साथ-साथ संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होगा।
स्थानीय स्तर पर बड़ा असर
विशेषज्ञों का मानना है कि मानगो को नया अनुमंडल बनने से स्थानीय लोगों को बेहतर पुलिस सेवाएं, अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था का लाभ मिलेगा। साथ ही, बढ़ते अपराधों पर त्वरित कार्रवाई के लिए अलग पुलिस संरचना तैयार हो सकेगी।
